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कनिका कपूर के खिलाफ FIR में बड़ा खुलासा, सामने आई उत्तर प्रदेश की बड़ी चूक

सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट

लखनऊ। बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर के कोरोना पॉजिटिव होने और हाई प्रोफाइल पार्टी में यह बात छिपाकर पहुंचने का मामला काफी आगे बढ़ चुका है। कनिका के खिलाफ एफआईआर के लिए पुलिस के पास भेजे गए मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ की शिकायत से इस बात का खुलासा होता है कि 14 मार्च (सही तारीख है 11 मार्च) को ही उनके कोरोना पॉजिटिव होने का पता चल गया था। बावजूद इसके उन्हें आजाद घूमने दिया गया और जिस पार्टी में मंत्री-सांसद-विधायक पहुंचे थे, वहां पर वो भी पहुंची। पत्रिका को मिले सीएमओ लखनऊ के लेटर से इस बात का खुलासा होता है और यह भी सवाल उठता है कि आखिर किसके दबाव में कनिका उत्तर प्रदेश में पार्टी करती रहीं और लोगों की जान से खिलवाड़ होता रहा।

कनिका कपूर के खिलाफ FIR में बड़ा खुलासा, सामने आई उत्तर प्रदेश की बड़ी चूक

लखनऊ सीएमओ द्वारा पुलिस और जिलाधिकारी को भेजी गई शिकायत में लिखा गया है कि कनिका कपूर बीते 14 मार्च 2020 को लखनऊ आई थीं। कुछ दिन पहले वह लंदन गई थीं और 14 मार्च को एयरपोर्ट पर उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया। कनिका को होम क्वारेनटाइन में रहने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उन्होंने इन नियमों का पालन ना करते हुए सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इसलिए कनिका कपूर के खिलाफ एपेेडेमिक एक्ट (महामारी अधिनियम) की विधिक धारा के तहत आवश्यक कार्रवाई की जाए।

शुक्रवार 20 मार्च को कनिका कपूर का मामला सामने आने के बाद सीएमओ लखनऊ ने यह पत्र लिखने में तेजी दिखाई और इसकी कॉपी महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं यूपी, निदेशक संचारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य यूपी को भी भेजी गई। हालांकि यहां पर उनके लखनऊ में आने की तारीख गलत लिखी हुई है। दरअसल कनिका लखनऊ 11 मार्च को पहुंची थीं ना कि 14 मार्च को।

कनिका कपूर के खिलाफ FIR में बड़ा खुलासा, सामने आई उत्तर प्रदेश की बड़ी चूक

ऐसे हालात में बड़ा सवाल ये उठता है है की इसके बारे में लोकायुक, जिलाधिकारी, लखनऊ पुलिस आयुक्त, मुख्यमंत्री कार्यालय, गृह सचिव को क्यों नहीं बताया गया और उन लोगों ने करवाई क्यों नही की।

इतना ही नहीं लखनऊ प्रशासन ने इस पूरी घटना की जानकारी दिल्ली स्थित नेशनल कंट्रोल रूम को भी नहीं दी। जो कि गंभीर लापरवाही का बड़ा मामला है। जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री कार्यालय को भी नहीं बताया ना ही प्रमुख सचिव को। जब उन्हें (सीएमओ) को इस बात की जानकारी थी तो उन्हें क्यों आजाद घूमने दिया गया। क्यों कनिका एक ऐसे कार्यक्रम में पहुंच गईं जहां दिग्गज राजनेता शिरकत करने पहुंचे थे।

केंद्र सरकार के निर्देश और स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइड लाइंस के मुताबिक एयरपोर्ट अथॉरिटी को यह जानकारी थी कि वह लंदन से आ रही हैं फिर इसकी जानकारी लखनऊ जिला प्रशासन, पुलिस कमिशनर लखनऊ, प्रमुख सचिव गृह उत्तर प्रदेश, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री कार्यालय तथा स्वास्थ्य सचिव को क्यों नहीं दी गई।

यह भी अनिवार्य है कि कोई भी विदेश यात्रा करके लौटता है तो दिल्ली में भी उसे चेकअप के लिए ले जाया जा रहा है आइसोलेशन में रखा जा रहा है, फिर लखनऊ प्रशासन ने इस दिशा-निर्देश का पालन क्यों नहीं किया। क्यों लखनऊ प्रशासन 11 से 20 मार्च तक सोता रहा? और सबसे बड़ी बात यह है कि मामला उछलने पर अचानक यह कार्रवाई क्यों की गई।

ना केवल एफआईआर बल्कि सीएमओ की रिपोर्ट में भी तमाम गलतियां है इसको लेकर भी क्रॉस चेक क्यों नहीं किया गया।

गौरतलब है कि गायिका कनिका कपूर के खिलाफ लखनऊ के सरोजनी नगर थाने में FIR दर्ज किया गया है। कनिका पर कोरोना वायरस से संबंधित जानकारी छिपाने का आरोप है। कनिका पर यह कार्रवाई जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक प्रकाश के आदेश पर की गई। कनिका पर आईपीसी की धारा 188, 269, 270 में मामला दर्ज हुआ है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी कोरोना वायरस के लिए अपनो मेडिकल चेकअप कराएंगे। उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है।

कनिका कपूर के खिलाफ FIR में बड़ा खुलासा, सामने आई उत्तर प्रदेश की बड़ी चूक

कोरोनावायरस से पीड़ित बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर के लखनऊ में आयोजित जश्न में अफसरों से लेकर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व उनके सांसद बेटे दुष्यंत सिंह समेत बड़े नेताओं का जमावड़ा हुआ। इस पार्टी में उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री भी परिवार के साथ पहुंचे थे। अब वह भी जांच करवाएंगे।

स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि वह लखनऊ में उस पार्टी में गए थे। उनके साथ उनका परिवार भी मौजूद था, जिसमें बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर मौजूद थीं। उन्होंने बताया कि वह उन्हें पहचानते नहीं हैं। उन्हें शुक्रवार को पता चला कि वह कोरोनावायरस से ग्रसित हैं। ऐसे में अब उन्होंने खुद को और अपने पूरे परिवार को आइसोलेशन में रखने का फैसला किया है। अब वह भी अपना टेस्ट कराएंगे।

अनुमान है कि बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर ने करीब 400 लोगों से मुलाकात की थी। इस दौरान जो भी लोग इस पार्टी में शामिल हुए थे या उनके संपर्क में आए थे, उन सभी से अपील की जा रही है कि वे खुद स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर जांच करवाएं।

 

कनिका लंदन से 9 मार्च को मुंबई आने के बाद लखनऊ पहुंचीं। संक्रमण के बाद भी लखनऊ में कई कार्यक्रमों में शामिल होने वाली कनिका का मामला सामने आने पर लखनऊ व कानपुर में खलबली मच गई है।

लखनऊ में पूर्व सांसद अकबर अहमद डंपी के घर में आयोजित पार्टी में कनिका कपूर के साथ उत्तर प्रदेश के मंत्री जय प्रताप सिंह के साथ पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, सांसद दुष्यंत सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, उत्तर प्रदेश के दर्जनों नौकरशाह थे। कनिका के पॉजिटिव पाए जाने के बाद खबर है कि वसुंधरा राजे ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। वहीं दुष्यंत सिंह ने अपना कोरोना टेस्ट करवाया है जो अभी नेगेटिव आया है। इसके साथ ही जितिन प्रसाद भी आइसोलेशन में चले गए हैं।

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