शादाब जफर की रिपोर्ट
बिजनौर। मुस्लिम फंड नजीबाबाद ने दिल्ली दंगा पीड़ितों के लिए मुख्यमंत्री रिलीफ़ फंड में दान किये इक्यासी हज़ार रुपए व समस्त कर्मचारियों की एक दिन की सैलेरी देने का प्रस्ताव पास किया।
जहाँ आज कुछ लोग मज़हब के नाम पर एक दूसरे को मरने-मारने को तैयार हो जाते हो,अपने मज़हब को बड़ा और अच्छा बताते हुए दूसरे मज़हब की बुराई करते हैं। वहीं नजीबाबाद के कस्बा जलालाबाद मैं एक ऐसे भी व्यक्ति है, जो हमेशा गरीबों , मजदूरों,दबे कुचले व एक धर्म से परे हटकर सभी धर्मों को समान समझकर निःस्वार्थ भाव से अपना कार्य कर रहे है। उस शख्स का नाम है काज़ी इज़फारुल हक ज़की। मुस्लिम फंड नजीबाबाद के संस्थापक अध्यक्ष क़ाज़ी इज़फारुल हक ज़की हाल ही मैं दिल्ली में हुए साम्प्रदायिक दंगों से बेहद दुखी हैं और देश की खंडित हो रही हिंदू मुस्लिम एकता अखंडता को लेकर चिंतित भी हो रहें हैं।
वो गंम्भीरता से इस पूरे हादसे पर नज़र रखे हुए हैं.बेकसूर हिन्दू मुस्लिम लोगो के जानी और माली नुकसान को देखते हुए उन्होंने खुद दिल्ली मुख्यमंत्री रिलीफ़ फंड में इक्यावन सौ रूपए, मुस्लिम फंड नजीबाबाद द्वारा पिछत्तर हजा़र रुपये भेजे हैं वहीं उन्होंने मुस्लिम फंड कर्मचारीयों से एक दिन की सैलेरी दान करने को कहा है ताकि दिल्ली मैं हिन्दू मुस्लिम दंगा पीडित देशवासियो की ज्यादा से ज्यादा सहायता करने मैं मदद मिले। वहीं देहली शाखाओं में कार्यरत कर्मचारियों से उन्होंने निवेदन भी किया हैं की दिल्ली के दंगा पीड़ितों के लिए काम कर रही एनजीओ के साथ मिलकर वो बिना किसी भेद भाव के लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद करें।
बता दें की नजीबाबाद मैं काज़ी जी द्वारा हिन्दू मुस्लिम एकता के प्रतीक मुस्लिम फंड नजीबाबाद द्वारा लगभग पच्चीस सालों से लगातार हर साल हरिद्वार रोड पर कांवड़ियों के लिए लगाये जा रहा कांवड़ शिविर जहां हिंदू मुस्लिम एकता की एक मिसाल है वहीं जब शिव रात्रि के अवसर पर देश भर से आये थके मांदे कांवड़ियों की नज़र मुस्लिम फंड नजीबाबाद के कांवड़ शिविर के बैनर पर पड़ती है और जब काज़ी जी की प्रेरणा से फंड कर्मचारी बीमार,थके, भूखे कांवड़ियों की दिल से सेवा करते हैं तो पूरे देश में नजीबाबाद हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल दी जाती है और नजीबाबाद की गंगा जमनी तहज़ीब का़जी जी की सोच से खिलखिला उठती हैं।