Punjab

मां की डांट पर घर छोड़कर भागी युवती के साथ ऐसा हुआ…..

विक्की की रिपोर्ट

लुधियाना। मां की डांट के कारण घर छोड़कर भागी 8वीं की छात्र ट्रेन से लुधियाना आ गई। लुधियाना रेलवे स्टेशन पर उसे एक युवती मिली और हमदर्दी जताकर उसे अपने साथ घर ले गई। इसके बाद कुछ लोगों ने मिलकर छात्र को देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया। तीन महीने तक छात्र इस दलदल में रही। आखिरकार उसे वहां से किसी तरह भागने का मौका मिला और वह लुधियाना रेलवे स्टेशन पर पहुंची। जहां चाइल्ड हैल्पलाइन की मदद से उसके परिवार वालों तक पहुंचाया गया। इस बारे में फाजिल्का पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने वहां पर दुष्कर्म, पॉस्को एक्ट व देह व्यापार के धंधे में धकेलने की धारा के तहत जीरो एफ.आई.आर. दर्ज कर थाना दुगरी में कार्रवाई के लिए भेजी। आरोपियों की पहचान दुगरी निवासी रमणदीप एर्फ रमण, गगन, टिब्बा रोड निवासी सुनीता व आशु के रूप में हुई है।
पुलिस को दिए बयानों में फाजिल्का की रहने वाली 14 वर्षीय छात्र का कहना है कि वह आठवीं की स्टूडैंट है। वह दो भाई-बहन हैं। छात्र का कहना है कि माता-पिता के आपसी विवाद के कारण वह अपनी मां और भाई के साथ एक साल से अपने ननिहाल रह रही है। छात्र के मुताबिक सितंबर महीने में उसकी मां ने उसे किसी बात को लेकर काफी डांटा। मां की डांट के बाद गुस्से में उसने घर छोड़ दिया और ट्रेन में लुधियाना आ गई। यहां वह दो दिन तक लुधियाना रेलवे स्टेशन पर रही। उसने बताया कि दो दिन बाद उसे रमणदीप नाम की महिला मिली। उसने सारी कहानी बता दी। रमणदीप ने उससे कहा कि वह उसके परिवार वालों से बात करके उसे उनके पास भिजवा देगी। भरोसा करके वह रमणदीप के साथ उसके घर आ गई। रमणदीप दुगरी इलाके में अकेली रहती थी। घर पर उसका दोस्त गगन उससे मिलने आता था। उसने बताया कि यहां पर रमणदीप ने उसे नशा देना शुरू कर दिया। वह उसे घर से बाहर नहीं जाने देती थी। एक दिन रमणदीप कहीं बाहर चली गई और उसकी देखभाल के लिए आरोपी गगन को छोड़ गई।
यहां पर गगन ने उससे रेप किया, तीन दिन लगातार गगन ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। छात्र का कहना है कि इसके बाद रमणदीप घर आ गई और उसे आशु नाम के लड़के के साथ टिब्बा रोड की रहने वाली सुनीता के पास भेज दिया। सुनीता ने उसे नशा दिया और फिर देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया। वह उसे नशा देती और अपने ग्राहकों के समक्ष पेश करती। दो-तीन महीने यही सब चलता रहा। न करने पर उसे मारा-पीटा जाता और खाना भी नहीं दिया जाता। छात्र का कहना है कि एक दिन उसे मौका मिला और वह वहां से भागकर लुधियाना रेलवे स्टेशन पर आ गई।
यहां पर आकर वह चाईल्ड लाइन हैल्प लाइन वालों से मिली। उन्होंने उसके परिवार वालों को सूचना दी। परिवार वाले यहां आ गए। लेकिन चाइल्ड लाइन वालों ने उसे होम चाइल्ड हैवंली, एंजल, दोराहा भेज दिया। जहां पर अलग-अलग अफसर उसकी काऊंसलिंग करते रहे।  वहां एक महीना रहने के बाद परिवार वाले उसे अपने साथ घर ले गए। छात्र का कहना है कि यहां उसने अपनी मां और मामा को अपने साथ हुए कृत्य के बारे में बताया। जिसके बाद थाना फाजिल्का को सूचना दी गई। इसके बाद उसके बयान हुए और पुलिस ने जीरो एफ.आई.आर दर्ज कर कार्रवाई के लिए लुधियाना पुलिस को भेजी।

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