एनबीडी टीम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ। गुरुवार रात अचानक मौसम बदल गया। प्रदेश के कई जिलों में बिजली, आंधी, ओला-बारिश हुई। जिस वजह से प्रदेश में आठ लोगों की मौत हो गई। वहीं कुछ किसानों के चेहरे खिले तो ढेर सारे किसानों के चेहरे मुरझा गए। कुछ फसलों को छोड़ दे तो किसानों को नुकसान हुआ है।
उत्तर प्रदेश मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ। गुरुवार रात अचानक मौसम बदल गया। प्रदेश के कई जिलों में बिजली, आंधी, ओला-बारिश हुई। जिस वजह से प्रदेश में आठ लोगों की मौत हो गई। वहीं कुछ किसानों के चेहरे खिले तो ढेर सारे किसानों के चेहरे मुरझा गए। कुछ फसलों को छोड़ दे तो किसानों को नुकसान हुआ है। आकाशीय बिजली और बारिश से हुई मौत पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया। साथ ही प्रदेशवासियों से अपील की कि वे बदले मौसम में अपना ख्याल रखें। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी दो दिनों और बदली छाई रहने की संभावना है। प्रदेश में बिजली और ओला-बारिश से सुलतानपुर में दो, कानपुर-सीतापुर-अंबेडकरनगर-अलीगढ़-कौशांबी में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई।
सुलतानपुर में बल्दीराय तहसील के हलियापुर में ईंट भट्ठा मजदूर पर देर रात आकाशीय बिजली गिरने से दो मजदूर राजकुमार और दिलीप की मौत हो गई जबकि टोडरपुर में से चार लोग झुलस गए। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने आकाशीय बिजली से आहत परिवार को आर्थिक सहायता देने का दिया निर्देश, घटना के पीड़ितों को बेहतर इलाज का भी निर्देश दिए हैं। सीतापुर के रेउसा क्षेत्र के दूलामऊ गांव में शुक्रवार सुबह बिजली गिरने से परवेश की बेटी क्रांती देवी की मौत हो गई। बलरामपुर के ग्राम कोडऱी सद्दौपुर में डबकी स्कूल के पास गन्ने के खेत में बिजली गिरने से शेषराम झुलस गया। अंबेडकरनगर के भीटी क्षेत्र में बिजली गिरने से बालिका की मौत हो गई। कौशांबी में भी बिजली गिरने से एक मौत की सूचना है। कानपुर देहात के धरियापुरवा में झोपड़ी पर पेड़ गिरने से महिला धकेली देवी की मौत हो गई। अलीगढ़ में गांव कनौबी में बिजली गिरने से महिला की मौत हो गई। लखनऊ के गोसाईंगंज में भी बिजली गिरने से सुनील वर्मा (45 वर्ष) ने दम तोड़ दिया।
राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में गुरुवार रात से शुरू हुई बारिश का सिलसिला शुक्रवार को भी दिनभर जारी रहा। कहीं अच्छी तो कहीं हल्की बारिश हुई। कई जगह ओले भी गिरे। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भी बादलों की आवाजाही लगी रहेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। शनिवार को भी पूर्वी उत्तर प्रदेश में आंधी-बारिश के आसार, 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
मौसम विभाग निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार 25 फरवरी तक रोजाना कहीं न कहीं बारिश होने की संभावना है। इसी के साथ आंधी, तेज बारिश और गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हुई बारिश से जहां कई फसलों के लिए फायदेमंद रहीं वहीं तेज हवाएं और बारिश सभी फसलों के लिए नुकसानदायक साबित हुईं। गेहूं, गन्ने और सब्जियों के लिए इस वक्त हल्की सिंचाई की जरुरत थी, तो यह बारिश रामबाण साबित हुई पर तेज हवाओं ने काम खराब कर दिया, गेहूं, गन्ने की खड़ी फसल गिर गईं है। मूंग, अरहर, सरसों, चने मसूर की फसल पलट गई। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक प्रो. नौशाद खान के अनुसार अगैती गेहूं को नुकसान हुआ है। 22 फरवरी को भी बारिश की संभावना है। कृषि वैज्ञानिक प्रो. पद्माकर त्रिपाठी ने बताया कि सरसों, चना, मटर, अरहर आदि की तिलहनी व दलहनी फसलों की ज्यादातर इलाकों में कटाई हो चुकी है। यह कटी हुई फसलें जहां खलिहान में पड़ी हुई हैं वहां बारिश की वजह से काफी नुकसान हो गया है। आलू की खोदाई इन दिनों जोरों पर है इसे भी बारिश ने प्रभावित किया है।