संगीता चौरसिया की रिपोर्ट
लखनऊ । आज तेरहवें दिन भी स्कूटर्स इंडिया कर्मचारियों द्वारा धरना प्रदर्शन जारी रहा। कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों द्वारा बताया गया की शनिवार को निदेशक वित्त से वार्ता हुई है जिसमे उन्होंने कर्माचीरियों की तीन माँगो जैसे संविदा पर कार्यकर रहे सैकड़ो युवाओं को नियमित करना, 2007 का वेतन पुनिरिक्षण व अधिकारियों की प्रदोनीति करना मान लिया है व कहा है की 13 फरवरी को हो रही कंपनी की बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा। निदेशन वित्त द्वारा ये भी कहा गया की सरकार का कंपनी बंद करने का आदेश गलत है और वो कर्माचीरियो के साथ खड़े है । उन्होने ये भी आश्वासन दिया की जरूरत पड़ने पर वे सरकार के प्रतिनिधिसे भी बात करेंगे।
ऑफिसर्स एसोसिएशन की संयुक्त सचिव श्रीमती रचना भारती द्वारा लोगों को एकजुट होने का आह्वान किया गया। और कहा की लड़ाई लंबी है सरकार के कानों में मजदूरों का दर्द पहुचने में समय लगता है।
कर्मचारी यूनियन द्वारा कहा गया की भारत सरकार स्किल्ड इंडिया को बढ़ावा दे रही है पर स्कूटर्स इंडिया को बंद करके किल्ड इंडिया कर दिया है। कर्मचारी यूनियन द्वारा ये भी कहा गया की चूंकि स्कूटर्स इंडिया के द्वारा बनाया गया वहां निजी कंपनियोंके वाहन से काफी काम है इस लिए सरकार निजी कंपनियोंको फायदा पहुचने के लिए कंपनी बंद कर रही है।
सरकारी तंत्र द्वारा कंपनी के गलत तथ्य भेजे गए है जिसमे कंपनी को बन्द बताया गया है जबकि कंपनी बिना सरकार की किसी सहायता के अपने आप चल रही है।
कंपनी की प्रबंधन बोर्ड मीटिंग लखनऊ की जगह दिल्ली में कर रही है जबकि ये वित्त मीटिंग लखनऊ में ही होती है, प्रबंधन चोरी छिपे कोई गलत फैसला करने वाली है जो कर्माचीरियों के हित में नही होगा इसीलिए दिल्ली जा कर दूसरी कंपनी सीमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया में कर रही है जिसमे कंपनी के हज़ारों रुपये बर्बाद हो रहे है।