आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा –देवी आपदाओं से पीड़ित किसानों को राहत दिए जाने के लिए बुंदेलखंड किसान यूनियन ने धरना प्रदर्शन किया साथ ही एक दिवसीय धरना देकर 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन उप जिलाधिकारी नारायणी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा।
बुन्देलखण्ड किसान यूनियन ने आज तहसील परिसर में किसानों की समास्याओं को लेकर जोरदार प्रदर्शन करते हुए एक दिवसीय धरना दिया धरने पर बैठे किसान यूनियन के वक्ताओं में युनियन के राष्ट्रीय संगठन प्रभारी लक्ष्मी कान्त ने दूर दराज से आए हुए किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज समय आ गया है कि हम सब एक हो नहीं आपकी कोई सुनने वाला नहीं है सब अबैध खनन से वसूली में लगे हैं छात्र नेता व राजा भैया ने कहा की वह पहले किसान है बाद में छात्र मैं आपके हर संघर्ष में साथ हूं वही युनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल मिश्रा ने कहा कि यंहा सब भ्रष्ट हैं जिसे आपने चुना अपनी समास्याओं के निदान के लिए वह शराबी दारुखोर बालू खनन माफियाओं का पैरोकार हैं बालू माफियाओं को भरपूर सहयोग देता है उनके लिए रात रात भर जागता है वह आपलोगो की करता समास्या हल करेगा महिला नेता अनूप सिंह ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला प्रशासन व स्थानिय प्रशासन सब भ्रष्टाचार की नदी में डुबकी लगा रहे हैं इन्हें किसानों की बरबादी नहीं दिखाई दे रही है इन्हें सिर्फ अबैध बालू खनन उससे होने वाली काली कमाई दिखाई दे रही है
बुन्देलखण्ड किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रवण शर्मा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक जुट हो अभियान चलाने की बात कही साथ कस्बे से लगी सैकडो बीघा जमीन में पड़ी फसल जो जलमग्न हो नष्ट हो रही है के किसानों को तत्काल राहत दिलाने की मांग की इसी मध्य धरना स्थल पर प्रशव वेदना से पीड़ित एक गौ जो लवारिश थी को कुछ लोग लेके आ गये जिस पर अपनी वार्ता को बिराम देते हुए गौ के पास पहुंच उसे गौसेवा रक्षक वाहन के जरिए पशु अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की उनके इस मानवीय कार्य में कोतवाली नरैनी इंस्पेक्टर ने भरपूर सहयोग किया।
धरना प्रदर्शन को अंत में राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल शर्मा ने संबोधित किया और कयी बड़े आरोप जिलाधिकारी सहित स्थानीय प्रशासन व क्षेत्रिय विधायक राजकरण कबीर पे लगाते हुए कहा कि इन्हे किसान की कोई चिंता नहीं है नहीं किसान की बात सुनने का समय यह केन नदी को बचाने की बात करते हैं सैलेब्रिटी बुलाते हैं जनजागृति अभियान चलाते हैं जल संरक्षण जल स्वच्छता संचय की बात करते हैं लेकिन , सबसे बड़े केन नदी के दुश्मन यही है अगर जनपद में अबैध खनन परिवहन ओवरलोडिंग हो रही है तो इन्हीं विधायकों सांसदों व जिलाधिकारी सहित स्थानीय प्रशासन की वह पर हो रही है नहीं मजाल जो एक घरी भी अबैध कार्य हो सके।
अंत में ग्यारह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री से संबोधित परगनाधिकारी को सौंपा और शीघ्र कार्यवाही की मांग की मांग पूरी न होने पर चक्काजाम आन्दोलन करने की चेतावनी भी दी।