- 10 में से 5 मंत्री 10वीं पास
- 1995 से लगातार विधायक बन रहीं जोबा मांझी सोरेन कैबिनेट में एकमात्र महिला मंत्री
संवाददाता-विवेक चौबे
रांची : हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल का विस्तार मंगलवार का हो गया। 42 साल के हेमंत सोरेन अपने मंत्रिमंडल में सबसे कम उम्र के हैं, जबकि लोहरदगा से कांग्रेस कोटे से मंत्री बने रामेश्वर उरांव सबसे ज्यादा उम्रदराज हैं। रामेश्वर उरांव की उम्र72 साल है। संपत्ति के मामले में भी वह सबसे अमीर हैं। उन्होंने 28.01 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है। वहीं, मंत्री बादल पत्रलेख ने सबसे कम 34.41 लाख रुपए की संपत्ति घोषित की है। हेमंत मंत्रिमंडल की औसत संपत्ति 6.56 करोड़ रुपए, जबकि मंत्रिमंडल की औसत उम्र 55 साल है।
चौथी बार मंत्री बनी हैं,जोबा मांझी
मनोहरपुर से विधायक- जोबा मांझी को एकमात्र महिला मंत्री के तौर पर हेमंत मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। जोबा मांझी चौथी बार मंत्री बनी हैं। जोबा मांझी 1995, 2000, 2005, 2014 व 2019 में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची। वे इससे पूर्व अविभाजित बिहार में 1998 में राबड़ी देवी की सरकार में आवास राज्य मंत्री, 2000 में बाबूलाल मरांडी की सरकार में समाज कल्याण महिला व बाल विकास तथा पर्यटन मंत्री, 2005 में परिवार व समाजकल्याण व महिला बाल विकास मंत्री बनी। 2009 के चुनाव में हार गईं। झामुमो में शामिल होकर वर्ष 2014 के चुनाव में उतरी व जीत हासिल की। चुनाव पूर्व उन्होंने अपने पति- देवेंद्र मांझी द्वारा गठित पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा डेमोक्रेटिक का झामुमो में विलय कर दिया था।
सबसे अधिक मुकदमे बन्ना गुप्ता पर दर्ज
जमशेदपुर पश्चिमी से कांग्रेस के विधायक- बन्ना गुप्ता को हेमंत मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। 47 वर्ष के बन्ना गुप्ता पर सबसे अधिक चार मामले दर्ज हैं। वहीं मंत्री बने डुमरी से झामुमो विधायक- जगरनाथ महतो पर तीन जबकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व मंत्री- मिथिलेश ठाकुर पर दो-दो मामले दर्ज हैं। मंत्री सत्यानंद भोक्ता व चंपई सोरेन पर एक-एक जबकि रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, बादल पत्रलेख, जोबा माझी व हाजी हुसैन अंसारी पर एक भी मामले दर्ज नहीं हैं।
डॉक्टरेट की उपाधि वाले एक, जबकि पांच मंत्री हैं दसवीं पास
हेमंत मंत्रिमंडल में सबसे अधिक शिक्षा वाले मंत्री- रामेश्वर उरांव हैं। जबकि 10वीं पास वाले मंत्रियों में चंपई सोरेन, जगरनाथ महतो, जोबा माझी, बन्ना गुप्ता व सत्यानंद भोक्ता शामिल हैं। वहीं 12वीं पास मंत्रियों में हाजी हुसैन अंसारी, बादल पत्रलेख व हेमंत सोरेन शामिल हैं। जबकि स्नातक करने वाले मंत्रियों में मिथिलेश ठाकुर व आलमगीर आलम शामिल हैं।
मिथिलेश ठाकुर पहली बार, जबकि चौथी बार मंत्री बनी हैं- जोबा मांझी
हेमंत मंत्रिमंडल में शामिल मिथिलेश ठाकुर, जगरनाथ महतो, बादल पत्रलेख, आलमगीर आलम व रामेश्वर उरांव पहली बार मंत्री बने हैं। जबकि दूसरी बार मंत्री बनने वालों में हाजी हुसैन अंसारी व बन्ना गुप्ता शामिल हैं। वहीं तीसरी बार मंत्री बनने वालों में सत्यानंद भोक्ता व चंपई सोरेन। जबकि चौथी बार मंत्री बनने वालों में जोबा मांझी शामिल हैं।