हापुड से मूलशंकर की रिपोर्ट
हापुड। टीडीएस वसूली मे बीएसए कार्यालय की करोड़ो रूपये की गडबडी पकडी गई है। आयकर विभाग की संयुक्त आयुक्त स्मिता सिंह ने शिक्षा विभाग को समन देकर स्पष्टीकरण मांगा है। उक्त कार्यवाही आयकर अधिकारी गुलशन ढल, अनिल शर्मा एवं रामौतार की तीन सदस्य टीम द्वारा मंगलवार की जांच रिर्पोट सौपने के बाद की गई हैै। रिर्पोट के मुताबिक शिक्षा विभाग के रिकार्ड मे अनेक अनियमिताएं पाई गई है। दो हजार अध्यापकों को सैलरी देते समय टीडीएस कटौती ही नही की है। बीते वर्ष विभाग ने टीडीएस मद में 5 करोड रूपये जमा कराया था। इस वर्ष अप्रैल से जनवरी तक बतीने के बाबजूद मात्र 45 हजार रूपये जमा कराये गये है। इसके अलावा बीएसए की ओर से 1.26 करोड़ की लागत से सरकारी निर्माण एजेंसी यूपीपीसीएल से दफ्तर बनवा कम्पनी को भुगतान कर दिया गया। लेकिन टीडीएस के मद मे कोई रकम जमा नहीं कराई गई। जोकि कडी लापरवाही है चार बिन्दुओं पर की गई जांच मे पाया गया है। कि प्राथमिक विद्यालय मे पढने वाले बच्चों के लिए राज्य सरकार द्वार दिये जाने वाले जूतों की तकनीकी जांच करने की एवज मे किये गये भुगतान मे भी टीडीएस 10 प्रतिशत की जगह 2 प्रतिशत काटा गया है। जोकि बड़ी गलती है। आयकर ने शिक्षा विभाग को नोटिस देकर जवाब मांगा है। आयकर के मुताबिक मार्च तक पूर्व रक्म जमा न होने पर टीडीएस की वसूली जुर्माने सहित की जायेगी। उक्त लापरवाही समझाने व ट्रेडिंग के बाद डीडीओ द्वारा की गई है। जोकि व्यक्तिगत जिम्मेदारी के दायरे मे मानी जायेगी और कड़ी कार्यवाही की जायेगी। प्रकरण मे लापरवाही बीएसए की भी मानी जा रही है। निगत कई वर्षो से तैनात बीएसए देवेन्द्र गुप्ता ने कहा कि आवश्यक कार्यवाही कर सरकारी क्षतिपूर्ति की जायेगी।