गाय की नसों ने बचाई एक मासूम की जान

राकेश कुमार की रिपोर्ट
चंडीगढ़। दुनिया का यह शायद सबसे अलग ऑपरेशन था, जहां सऊदी अरब की एक मासूम बच्ची के लिवर ट्रांसप्लांट के लिए गाय की नसों का इस्तेमाल किया गया। एक साल की हूर नाम की इस बच्ची के लिवर तक खून पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया। गाय की नसें विदेश से मंगवाई गई थीं। इस ऑपरेशन में 14 घंटे लगे। दो हफ्ते बाद इस बच्ची को हरियाणा में गुरुग्राम के अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. गिरिराज बोरा ने बताया, कि ‘बच्ची बाइल डक्ट्स (पित्त वाहिका) के बिना पैदा हुई थी। उसकी पित्त की नस अविकसित थी। इसलिए सर्जरी के दौरान गाय के गले की नस का इस्तेमाल किया गया। यह नस नए लिवर में रक्त पहुंचाने का काम करेगी।’ डॉ. बोरा ने कहा, ‘यह बीमारी 16 हजार नवजात बच्चों में किसी एक को होती है। इस तरह के बच्चों में पित्त वाहिका का विकास नहीं हो पाता। ऐसे हालात में ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया बेहद जटिल होती है। हालांकि, सर्जरी के बाद बच्ची अब स्वस्थ है और दो हफ्ते की निगरानी के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।’